The 2-Minute Rule for गणेश आरती

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी - आरती

ओम हर हर हर महादेव

इति वृषभध्वजरुपं, हरशिवशंकररुपं, तापत्रयहरणं, हनुमान आरती ओम हर हर हर महादेव

कर के मध्य कमंडलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।

आज दुर्लभ योग में नागपंचमी, नोट कर लें बस इतने घंटे का है पूजा का शुभ मुहूर्त

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मतिमान, श्रुतिमान, गतिमान, केतुमान, धृतिमान (सगे छोटे भाई), भीमसेन (सौतेले भाई)[उद्धरण चाहिए]

वास्तव में प्रणव अक्षर (ॐ) में यह तीनों एक ही हैं।।

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे। भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥

माया पद्म शंख कर धारी, भुक्ति, मुक्ति दायी।

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